नीमच। (कपिल सिंह चौहान) जिला मुख्यालय पर करोड़ों की लागत से नवनिर्मित जिला न्यायालय भवन में पहले दिन ही तालाबंदी हो गई। नीमच जिला न्यायालय भवन का शुभारंभ ही हड़ताल से हुआ। नीमच अभिभाषक संघ के आह्वान पर नवनिर्मित न्यायालय परिसर में नियत स्थान ना मिलने व समुचित सुविधाओं के अभाव से आक्रोशित अभिभाषकों ने ही न्यायालय भवन में तालाबंदी कर दी। इस तरह न्यायालय भवन में वकीलों को आवंटित स्थान को लेकर विवाद बढ़ गया है।
ज्ञात हो की बीते दिनों अभिभाषक संघ के अध्यक्ष मनीष जोशी ने अपनी कार्यकारिणी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बताया था की भवन निर्माण के समय से ही वकीलों द्वारा मांग की जाती रही है की जिला न्यायालय परिसर में वकीलों के लिए पर्याप्त स्थान तय कर चेंबर्स बनाए जाएं। लगातार मांग उठाए जाने के फलस्वरूप अंततः वकीलों को एक कॉमन कक्ष का आवंटन जिम्मेदारों द्वारा किया गया है। वकीलों की मांग है की आवंटित कक्ष में निजी खर्च से वकीलों को स्वयं चेम्बर निर्माण करना है। ऐसे में इस पूरी प्रक्रिया में कम से कम 3 माह का समय लगेगा। निर्माण होने तक अभिभाषकों व पक्षकारों का कार्य सुचारु रूप से जारी रह सके इस उद्देश्य से अभिभाषक संघ द्वारा भू-तल पर पार्किंग की जगह को अस्थाई तौर पर 3 माह के लिए आवंटित करने की मांग की गई थी जिसे मौखिक रूप से मान भी लिया गया था। मगर न्यायालय स्थानांतरित होने का समय आया तो न्यायालयीन कर्मचारीयों द्वारा अस्थाई क्षेत्र में ताले लगा दिए गए जिससे आहत हो कर अभिभाषक संघ द्वारा चरणबद्ध आन्दोलन की घोषणा की गई।
इसी के चलते आज पहले दिन नीमच शहर के वकीलों ने वाहन रेली निकाली और प्रदर्शन किया। यह रेली पुराने कोर्ट परिसर से नए परिसर तक निकाली गई। जिसमें महिला पुरुष सभी अभिभाषकों ने भागीदारी की। नए परिसर पहुँच कर नारेबाजी की गई और न्यायालय भवन के मुख्य द्वार पर ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में जिला अभिभाषक संघ के सदस्य बड़ी संख्या में शामिल हुए। अभिभाषकों ने काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया।
जिला अभिभाषक संघ अध्यक्ष मनीष जोशी ने कहा कि यह एक साधारण समस्या थी मगर कुछ अधिकारियों की जिद की वजह से यह बड़ा मुद्दा बन गया । नए भवन में वकीलों के बैठने की उचित व्यवस्था नहीं है। भवन निर्माण के दौरान कई बार इस समस्या से अधिकारियों को अवगत कराया गया। नए न्यायालय भवन में वकीलों के लिए दो हॉल दिए गए हैं। प्रत्येक हॉल चार-चार हजार वर्ग फीट का है। लगभग 500 से अधिक वकीलों के लिए कुल 8000 वर्ग फीट की जगह पर्याप्त नहीं है।वकीलों ने अंतरिम समाधान का प्रस्ताव रखा है। वे अगले तीन महीनों के लिए पार्किंग एरिया को अस्थायी बैठने की जगह के रूप में इस्तेमाल करना चाहते हैं। उनकी मांग है कि स्थायी समाधान तक उन्हें पर्याप्त सुविधाएं मिलनी चाहिए।जोशी ने कहा कि वकील सबकी लड़ाई लड़ते हैं। अब वकीलों की इस लड़ाई में सर्व समाज को भी शामिल किया जाएगा और यह चरणबद्ध आन्दोलन जारी रहेगा।